Ayurvedic remedies for cold।। जुखाम से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपचार



 हल्दी 

सर्दी के जुकाम में आधा गिलास गर्म दूध में हल्दी का एक चम्मच डालकर पीना लाभकारी रहता है।

नींबू

गर्म पानी में नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर रात के समय लें।

अदरक 

अदरक का रस गर्म कर लें। अब इसमें शहद मिलाकर चाटें । आयुर्वेद का कमाल रोगों के निदान में यह बहुत ही लाभकारी है।

सुहागे 

सुहागा लेकर उसे अच्छी तरह से कूट-पीसकर तवे पर भून लें। जब सुहागा पिघलने के बाद धीरे-धीरे फूल जाए तो उतारकर अच्छी तरह से पीस लें। अब इसे किसी शीशी में सुरक्षित रख लें। 400 मि. ग्रा. की मात्रा दिन में 3-4 बार लें। 

काली मिर्च 

 10 काली मिर्च, 10 मुनक्के के दाने और 5 बादाम की गिरी - सबको सुबह पानी में भिगो दें। रात को सबको छीलकर अच्छी तरह से कूट-पीसकर 22 ग्राम मक्खन में मिलाकर खाएँ ।

8 काली मिर्च और इतने ही बताशे लेकर एक गिलास पानी में डालकर उबालें। जब पानी तीसरा चौथा हिस्सा रह जाए तो उतारकर थोड़ा गुनगुना सहने योग्य होने पर ली लें। इसके बाद बाहर न जाएँ, हो सके तो कम्बल लेकर कुछ देर बैठे या लेटे रहें। यह दवा आप दिन में दो-तीन बार ले सकते हैं। पर रात को सोते समय ज़रूर |

अन्य और सहायक उपचार

एक चम्मच शहद में राई मिलाकर सूँघें ।

अडूसे के पत्तों का रस निकालकर पिएँ ।

अजवायन को तवे पर भून लें और फिर इसे किसी कपड़े में डालकर सुंघे।

काली मिर्च, हल्दी और सेंधा नमक - तीनों 4-4 ग्राम लेकर पीस लें। अब पौन गिसाल पानी में डालकर उबालें। जब जब पानी आधा शेष रहे तो सहने योग्य हो जाने पर पी लें। यह बहुत ही लाभकारी प्रयोग है ।

भुने हुए चने रूमाल में डालकर सूँघें।

कोयलों को जलाकर उसपर शक्कर डालकर सूँघें और धुएँ को नाक अंदर खींचें । 

मत्स्यासन करें।