उच्च रक्तचाप
High Blood Pressure
नमस्कार दोस्तों
आधुनिकता के इस दौर में जहां पर हमारे खानपान हमारे तनावपूर्ण जीवन का असर हमारे शरीर पर पड़ता है वहीं इसका असर हमारे दिमाग और उसकी कार्यप्रणाली के ऊपर भी पड़ता है।
आज हम कई बीमारियों से घिरे हुए हैं जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर जिसे की उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है बहुत आम एवं गंभीर समस्या है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम कुछ आयुर्वेदिक उपचार जान लेते हैं जो कि उच्च रक्तचाप के निदान के लिए लाभकारी सिद्ध होते हैं।
योग वटी
दिन में दो बार शहद के साथ 2-2 गोलियाँ लें। अधिक रक्तचाप होने पर तीन बार भी ले सकते हैं
लहसुन
कच्चे लहसुन की दो कलियाँ छीलकर छोटे-छोटे टुकड़े करके पानी के साथ चबा लें। भोजन के बाद यह दवा लें।
सर्पगंधा धन्सत्व और सूर्यतापी शिलाजीत
दोनों को बराबर की मात्रा में लें। अब इनको कूट कर छोटी-छोटी गोलियाँ बना लें। सुबह- शाम 2-2 गोलियाँ सेवन करें।
नींबू
एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर दिन में 2-3 बार पिएँ ।
सारस्वत वटी
दिन में दो बार (सुबह- शाम) जल के साथ 1-1 गोली लें।
अन्य और सहायक उपचार
- सुबह सेब का छिलका उतार कर खाएँ। शाम को भी ऐसे ही सेब खाएँ।
- रोज़ एक आँवले का मुरब्बा खाएँ ।
- केले का सेवन करें।
- दही का सेवन करें।
- टिण्डे की सब्जी खाएँ।
सावधानी
- मिठाई, खट्टी वस्तुएँ, नमक, तेल, मक्खन, गुड़, चाय, चीनी,आलू आदि का सेवन न करें।
- शराब, सिगरेट आदि नशीली वस्तुओं का सेवन तो बिलकुल ही बंद कर दें।
दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि उच्च रक्तचाप को आयुर्वेदिक तरीके से किस प्रकार दूर किया जा सकता है।
हम आशा करते हैं कि यहां बताए गए उपचार के तरीकों से आपको अपने रक्तचाप को संतुलित करने में सहायता प्राप्त होगी। सहायता प्राप्त होने के पश्चात इस पोस्ट को अपने प्रिय जनों के साथ साझा अवश्य करें और लाभ होने पर इस पोस्ट के अंत में कमेंट अवश्य करें।
धन्यवाद।।