टी. बी. के लिए आयुर्वेदिक उपचार
लहसुन
लहसुन की 12 कलियाँ एक गिलास दूध में उबालें। अब उन कलियों को निकालकर चबा-चबाकर खाएँ और फिर दूध पी लें।
केले का उपयोग
केले के मोटे तने का टुकड़ा ले आएँ और उसका रस निकाल लें। अब उसे छानकर एक गिलास रस ढाई घण्टे के अन्तराल में रोगी को देते रहें। रस ताजा ही हो। यह बहुत ही लाभकारी है।
खजूर
7-8 खजूर को आधा किलो दूध में उबाल लें। यह दवा अत्यन्त हितकारी है।
प्याज़
150 ग्राम प्याज़ चबाकर खाएँ। दिन में कम-से-कम 3 बार यह प्रयोग करें।
अन्य सहायक उपचार
- शहद को मक्खन के साथ मिलाकर लेने से टी. बी. दूर होती है। यह प्रयोग दिन में दो बार ज़रूर करें।
- पेठे का सेवन करें।
- शक्कर, किशमिश और पीपल तीनों बराबर मात्रा में लेकर पी सलें। दवा तैयार है। सुबह-शाम यह दवा चम्मच भर खाएँ ।
- फूलगोभी को उबालकर उसका रस नित्य लें।रो
- रोज थोड़ा नारियल खाया करें।
- एक गिलास पानी में 50 ग्राम शहद मिलाकर सुबह शाम पिएं।